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Using Variables in C Programming

सी प्रोग्रामिंग भाषा में वेरिएबल्स के नियम:

C प्रोग्रामिंग भाषा में वेरिएबल्स को घोषित और उपयोग करने के कुछ महत्वपूर्ण नियम होते हैं। यहां हिंदी में वेरिएबल्स के संबंधित मुख्य नियमों की व्याख्या है:

  1. नामकरण (Naming): वेरिएबल्स का नाम किसी भी आल्फा-न्यूमेरिक चर में हो सकता है, लेकिन यह नाम एक अंश से शुरू होना चाहिए जो एक अक्षर हो, या अंडरस्कोर (_) से।naming
  2. सार्थक नाम (Meaningful Names): वेरिएबल्स के नाम को समझने में आसान होना चाहिए, ताकि कोड को पढ़ना और समझना आसान हो।names
  3. दिनांक प्रकार (Data Types): वेरिएबल्स को उनके उपयोग के अनुसार सही डेटा प्रकार के साथ घोषित किया जाना चाहिए।data types
  4. पुनरावृत्ति नहीं (No Duplication): एक ही स्कोप में एक ही नाम के दो वेरिएबल्स नहीं हो सकते हैं।no duplication
  5. स्थानीय और ग्लोबल वेरिएबल्स (Local and Global Variables): वेरिएबल्स को स्थानीय या ग्लोबल घोषित किया जा सकता है, और उनका प्रयोग उसके घोषित स्थान के अनुसार होता है।Variables
  6. मूल्य (Value) और पता (Address): वेरिएबल्स को उनका मूल्य और पता प्राप्त किया जा सकता है और इन्हें उपयोग किया जा सकता है।
  7. स्थिर (Constant) वेरिएबल्स: वेरिएबल्स को कन्स्टेंट घोषित किया जा सकता है, जिससे उनके मूल्य में परिवर्तन नहीं किया जा सकता है।C programming

ये कुछ मुख्य नियम हैं जो सी प्रोग्रामिंग भाषा में वेरिएबल्स के संबंध में हैं।

Beginner’s Guide to Key Concepts and Keywords

ये कुछ सामान्य keywords हैं, लेकिन C programming language में और भी keywords होते हैं जो विशेष कार्यों के लिए प्रयोग होते हैं। 

C programming में कुछ मुख्य keyword होते है जो प्रोग्राममिंग में specific task को perform करने के लिए इस्तेमाल किया जाता हैं।

1. if, else : शर्तों पर आधारित decisions के लिए इतेमाल होता है। जैसे

if keyord

2. for, while, do: Looping structures को control करने के लिए इस्तेमाल होते हैं। जैसे:-

while do

3. int, char, float, double: Data types को define करने के लिए use होता हैं। Example:

integer

4. switch, case: Multiple conditions के लिए use होता हैं. Example:

switch

5. break, continue: Loops ko control करने के लिए use होता हैं। Example:

break

6. return: Functions se values ko वापिस भेजने के लिए use होता हैं। Example:

return

7. const, volatile: Variables ki definitions को modify करने के लिए use होता हैं। Example:

इन keywords का इस्तेमाल c Programming language में specific tasks perfrom करने के लिए होता हैं।

Variables का उपयोग कैसे करें ? | Variables in C Language

Variables का इस्तेमाल कैसे करें ?

Variable का उपयोग किसी भी programming language में डेटा स्टोर करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। C programming language में, आप variables की घोषणा (declare) करते हैं और उनमें डेटा को स्टोर करते हैं, डेटा को बदलते हैं और प्रोसेस करते हैं। मैं कुछ उदाहरण देकर समझाता हूँ:

1. Variable Declaration: सबसे पहले, आपको variable को declare करना होता हैं। इसमें आप बताते हैं कि आप किस प्रकार के डेटा को स्टोर कर रहे हैं और उसका क्या नाम है

types of variables

2. मूल्य देना (Value Assignment): उसके बाद, आप वेरिएबल में मूल्य दे सकते हैं।

Value Assignment

3. डेटा मेनिपुलेशन (Data Manipulation): वेरिएबल का उपयोग डेटा को बदलने और मैनिपुलेट करने के लिए होता है।

Data Manipulation

4. डेटा का इस्तेमाल (Data Usage): आप वेरिएबल के मूल्य का प्रोग्राम में इस्तेमाल कर सकते हैं. जैसे:

data usage

ये उदाहरण दिखाते हैं कि वेरिएबल को कैसे इस्तेमाल किया जाता है, उनमें मूल्य दिया जाता है, डेटा को मैनिपुलेट किया जाता है, और डेटा को प्रोग्राम में इस्तेमाल किया जाता है। वेरिएबल्स प्रोग्राम को डायनैमिक बनाते हैं और डेटा को स्टोर और प्रोसेस करने में मदद करते हैं।

Variables क्या होता है | What is Variables? | Variables in C Language

What is a variables in c language?

C Programming Language में Variables कंप्यूटर प्रोग्राम में डेटा स्टोर करने के लिए उपयोग होते हैं। Variables, आपके प्रोग्राम में डेटा को अस्थायी मेमोरी स्थानों में स्टोर करने के लिए काम आते हैं। हर Variable एक विशेष डेटा प्रकार की Value को स्टोर करता है, जैसे कि integers, floating-point numbers, characters आदि।

C Programming Language में Variables  की Declaration के लिए आपको Data Type और Variable Name का उपयोग करना होता है। Variable Name एक नाम होता है जिससे आप उस Variable की पहचान करते हैं, और Data Type बताता है कि Variable में किस प्रकार के डेटा को स्टोर किया जाएगा। Variables  की Declaration का मूल संरचना इस तरह होता है:

variables name

यहां, ‘data_type’ एक Data Type को प्रस्तुत करता है, जैसे कि ‘int’ (integer), ‘float’ (floating-point number), ‘char’ (character), आदि। ‘variable_name’ एक नाम होता है जिससे आप Variable की पहचान करते हैं।

variable

Types of Variables

Variables का इस्तेमाल विभिन्न प्रकार के डेटा को स्टोर करने के लिए किया जाता है, और आप विभिन्न प्रकार के डेटा types के लिए Variables बना सकते हैं।

C language में कुछ प्रमुख variables Types निम्नलिखित होते हैं:-

  1. int: यह पूर्णांक (integer) डेटा को स्टोर करने के लिए उपयोग किया जाता है, जैसे 1, 2, -5, 100, आदि। 
  2. float: यह फ्लोटिंग-पॉइंट नंबर (floating-point number) को स्टोर करने के लिए उपयोग होता है, जैसे 3.14, -0.005, 1.0, आदि।
  3. char: यह एकल वर्ण (character) को स्टोर करने के लिए होता है, जैसे ‘A’, ‘b’, ‘1’, ‘$’, आदि। 
  4. double: यह भी floating-point number को स्टोर करने के लिए उपयोग किया जाता है, लेकिन इसकी precision float data types से अधिक होती है।
  5. short int और long int: ये अतिरिक्त पूर्णांक टाइप्स होते हैं और यह integer के size को बदलने में मदद करते हैं, जैसे short int और long int.
  6. unsigned int: यह एक अमान्य संख्या को स्टोर करने के लिए होता है, जिसका मतलब होता है कि यह किसी भी नकारात्मक संख्या को स्टोर नहीं कर सकता है।
  7. bool : यह Logical boolean मान को स्टोर करने के लिए होता है, जैसे true और false.
  8. Arrays: आप एक साथ कई value को स्टोर करने के लिए arrays का उपयोग कर सकते हैं, जो एक बार में बहुत सारे variables को index के आधार पर स्टोर करते हैं।
  9. Pointers: पॉइंटर्स वेरिएबल्स के मान के address को स्टोर करने के लिए होते हैं, और डाटा को मेमोरी में ऐक्सेस करने में मदद करते हैं। 

ये कुछ मुख्य variables types हैं, लेकिन C language में आप अपनी आवश्यकताओं के हिसाब से और भी कई प्रकार के variables बना सकते हैं।

How to install Visual Studio Code ? VS Code को कैसे install करें

In C Language, Which Software to Use

C भाषा में कोडिंग से पहले, आपको अपने सिस्टम पर दो चीजें इंस्टॉल करनी होगी। पहली चीज है हमारा Visual Studio Code, जो एक बड़ा कोड संपादक है। इसके साथ, आप न केवल C में प्रोग्राम कर सकते हैं, बल्कि C++, java, और भी code लिख सकते हैं।

C प्रोग्राम चलाने के लिए, आपको एक कंपाइलर भी चाहिए, और उसके लिए आप GCC का उपयोग कर सकते हैं।

Visual Studio Code (VS Code) कैसे install करें ?

Visual Studio Code (VS Code) को Windows पर इंस्टॉल करने के लिए, नीचे दिये गए steps को follow कर सकते हैं:-

  1. Download VS Code: Visual Studio Code को download करने के लिए आप VS Code official वेबसाइट पर जाकर इसको download कर लें।

vs code editor

  1. Select the Windows Version: वेबसाइट आमतौर पर यह खुद से पता लगा लेगी कि आप Windows का उपयोग कर रहे हैं, और window Version लिए डाउनलोड लिंक create करेगी। “विंडोज के लिए डाउनलोड करें” बटन पर क्लिक करके डाउनलोड को शुरू करें।
  2. Run the Installer: डाउनलोड पूरा होने के बाद, डाउनलोड की गई फ़ाइल को ढूंढें (आपके डाउनलोड्स फ़ोल्डर में) और इंस्टॉलर को चलाने के लिए दो-बार क्लिक करें।

run vs code

  1. Installation Wizard: इंस्टॉलेशन विज़ार्ड के निर्देशों का पालन करें:
    1. Installation की location चुनें। डिफ़ॉल्ट location भीआमतौर पर ठीक होती है।

path vs code

2. आप “Open with Code” और “Add to PATH” विकल्प जोड़ने का विचार कर सकते हैं। PATH में जोड़ने से आप कमांड लाइन से VS Code खोल सकते हैं। इंस्टॉलेशन के साथ बढ़ने के लिए “अगला” पर क्लिक करें।

installing vs code

  1. Launch Visual Studio Code: Installation पूरा होने के बाद, आप इंस्टॉलर पर “समाप्त” बटन पर क्लिक करके या “Visual Studio Code” को “Start Menu” में “Visual Studio Code” search करके खोल सकते हैं।

That’s it! आपने सफलतापूर्वक अपने Windows कंप्यूटर पर Visual Studio Code को इंस्टॉल कर लिया है। अब आप इसका उपयोग कोडिंग और विकास कार्यों के लिए करने के लिए शुरू कर सकते हैं।

अगर आपके पास C भाषा में प्रोग्राम करने की योग्यता है या आप इसके बारे में अधिक जानना चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए है। इसमें C भाषा प्रोग्रामिंग के लिए सही सॉफ़्टवेयर के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी गई है। इसे अपने दोस्तों और साथी विद्यार्थियों के साथ साझा करें, ताकि वे भी इस उपयोगी जानकारी का लाभ उठा सकें।

How to use a WordPress Plugin? WordPress में Plugin को कैसे use करें ?

Plugins कैसे काम करते हैं? 

आज के इस lesson में हम बात करेंगे plugin के बारे मे, WordPress में plugins उसी तरीके के काम करते है जैसे आपके phone में applications करती है इसी तरह से ही WordPress में plugins का इस्तेमाल किया जाता हैं हर एक plugins का अपना एक अलग काम है। जब भी आप WordPress को install करते है, तो कुछ plugin आपको WordPress by default install करके देता है। WordPress में बहुत से plugin आपको free मिल जाएंगे और कुछ paid भी होते है।

WordPress Featured Plugins

WordPress में आपको बहुत सारे featured plugin दिखाये जाते है जो बहुत ज्यादा use किए जाते हैं। हर plugin के नीचे आपको by लिखा हुआ मिल जाएगा। इससे यह पता लग जाता हैं की किस parson ने यह plugin बनाया है। WordPress में आपको जो plugin दिये जाते हैं उनका इस्तेमाल कुछ इस तरह से किया जाता है।

1. Jetpack Plugin

यह plugin WordPress में by default install होता है आपको इस plugin को activate करना होता हैं जैसे ही आप activate करते है, तो इसको setup करने का option आपको मिलता है। इसमे आपको कई सारे feature मिल जाते है इस पर आपको एक account बनाना पड़ता है या आप WordPress के account से भी login कर सकते है।

jetpack feature

जैसे ही आप Jetpack को activate करते है, तो आपका account authenticate किया जाता है। इसको आप Gmail account से भी signup कर सकते है जैसे ही आपका jetpack open होता है तो इसमे आपको three plan दिये जाते हैं Personal, Premium, Professional.

1. Jetpack का ज्यादा इस्तेमाल image को compress करना के लिए किया जाता हैं और anti-spam के लिए किया जाता हैं जो की इसके free feature हैं।

2. इसमे आपको start with Free पर click करना हैं फ्री services में पहला जो feature मिलता हैं malicious login attempts को रोकने के लिए आप इसको on कर देंगे। इसमे आपके पास downtime monitor दिया जाता हैं इससे जब भी आपका server down होता हैं तो आपके पास mail आ जाएगी।

3. Image accelerator मिलता है यह आपकी सभी images को आपके server से उठाकर WordPress के server पर डाल देता है और इससे होता क्या हैं आपके server पर images का load कम हो जाता हैं और इनके server पर lord बढ़ जाता जाता हैं। जब इनको upload किया जाता है तो images के size को optimizes किया जाता हैं जिससे fast downloading और fast processing भी होती हैं। इस feature को on करने के बाद आपके site की speed बहुत कम हो जाता हैं।

4. इसके अलावा यहाँ पर आपको कुछ free app को download करने का option दिया जाता है।

 

2. Classic Editor

इसमे हमारे पास दूसरा plugin classic editor हैं जब आप किसी भी page पर जाएंगे तो आपको इसमे कुछ इस तरीके का interface मिलता हैं जो की बड़ा ही basic हैं

classic editor

इसमे आप जो भी लिखना चाहते है उसको publish कर सकते है। लेकिन जब आप plugins में जाकर classic Editor को deactivate कर देते हैं उसके बाद दुबारा से आप किसी page को edit करते हैं, तो आप देखेंगे की page को edit करने का पूरा तरीका change हो जाता है।

 

3. Buddy Press

जब आपको अपनी website में social media के कुछ feature enable करने होते है यानि एक तरह का आप social platform बनाना चाहते हैं जिसमे सभी user को अपनी अपनी एक wall मिल जाती हैं जहां से वह कुछ भी update कर सकते हैं और उस से कोई दूसरे व्यक्ति को comment और share कर सकते है।

 

4. Contact Form 7

इसका इस्तेमाल हर एक website में किया जाता है क्योंकि जब किसी customer को inquiry आपकी website पर करनी होती हैं, तो backend में एक ही form होता है जिसको contact form 7  कहते है वैसे तो बहुत से plugin मिल जाएंगे। पर contact form 7 पूरी तरीके से customizable है और इसमे आप किसी भी तरीके की value डाल सकते हैं। अपने तरीके से इसको आप manage कर सकते हैं। इसको कैसे आप अपनी website में install कर सकते हैं।

contact form 7

इसमे आपको एक default contact form मिलता हैं  जिसमे आपके पास एक code दिया जाता है जिसमे कुछ short codes लगे हुये है WordPress में short code का बहुत बड़ा role है sort code होता क्या है जब आप WordPress में कुछ भी custom design या custom functionality बनाना चाहते हैं तो short codes के base पर आप इसको manage कर सकते हैं।

Frontend पर कोई भी feature जो की database से associated है उसको दिखने के लिए आपको php का code लिखना पड़ेगा। लेकिन अगर आप php नही जानते तो बहुत सारे developer ने क्या किया है वो php का पूरा का पूरा function WordPress की library में include करवा देते है यानि किसी plugin में वह एक function create कर देते है और उस function को एक short code दे देते है एक नाम दे देते है उस पूरे function को call करने के लिए आपको simple square brackets और उस function का नाम लिखना होता हैं जैसे contact form 7 का short code है।

[ Contact-form-7 ]

जहां पर भी आप इस code को apply करते हैं वहाँ पर contact form automatically apply हो जाएगा। आपको इस बात का ध्यान रखना है आपको इस code को visual में paste करना है यानि html format में इसको paste नहीं करेंगे।

इस तरह से आप plugins का इस्तेमाल करके अपनी website में नए feature को add कर सकते हैं।

 

5.  Woocommerce

यह बहुत ज्यादा इस्तेमाल होने वाला plugin है क्योंकि यह ecommerce website का best alternative होता हैं। इस plugin को आप जैसे ही add करते हैं तो आपकी website product add करने से related बहुत सारी facilities add हो जाएगी। जैसे ही आप इसको add करके install करते हैं तो आपके पास एक set of wizard show हो जाता है आप इसको add भी कर सकते हैं और अगर इसको आप हटा देते हैं तो ये सब चिजे आपको manually करनी पड़ेगी। पर यदि आप yes करते हैं तो आपको woocommerce आपने page पर ले जाएगा वहाँ से आपको step by step option मिलेगा। क्योंकि बहुत से feature होते हैं जो आप miss कर सकते हैं जिनको आप अगर नहीं set करें, तो आपके product proper तरीके से list नही होंगे।

WooCommerce

इसमे आपको store की details, industry, product types, business details और इसके बाद आपको WordPress की theme को choose करने का option मिलता है। इसमे आप अपनी active theme के साथ ही शुरुआत कर सकते हैं।

 

6. Plugin Editor

इसमे आपको plugin को edit करने का option मिल जाता हैं जिस तरीके इसमे आप theme को edit कर सकते है उसी तरीके से plugin को edit करने का भी option आपके पास होता हैं। इसमे आपको right side में सभी plugin की list show हो जाती हैं। इनमे से आप किसी भी plugin को edit कर सकते है। आपको पहले जिस भी plugin को edit करना है उसको आप select करेंगे। उसके बाद आप plugin के editing option पर चले जाते हैं। एक plugin में जितनी भी files है और जीतने भी folders है वो सब आपको plugin file में right side में देखने को मिल जाते हैं। 

 

7. User

आपको अपनी website पर कितने लोगो को access देना हैं जिससे वह post और page डाल सके। अगर एक blogging site है तो बहुत सारे लोग उस पर blog post कर सकते हैं। जैसे किसी व्यक्ति ने कोई blog post डाली। वह publish तभी होगी जब आप उसको approved करेंगे। इसमे आपको कई तरह के role मिल जाते है।

    

WordPress website ka Password keise chnage करें ?

WordPress login कैसे करें?

WordPress को install करने के बाद आप WordPress में login करेंगे। WordPress में login करने के बाद आप उसमे कोई default theme डालेंगे। सबसे पहले आपको browser में जाकर domain name को open कर लेना है।

Domain को Open करने के बाद आपको login कैसे करना है अगर अपने default theme डाला है, तो उसमे आपको meta के अंदर login के option मिल जाते है।

लेकिन जब आप visit को edit कर लेते है और बहुत कुछ changes कर लेते हैं, तो आपके login के buttons हट जाते है। यदि आपको उसके बाद login करना होते हैं उसके लिए आप अपने domain के बाद स्लाश(/) लगाकर wp-admin लिखेंगे, तो ऐसा करने पर आपका login page खुल जाएगा। उसके बाद आप अपने user name और password डालकर WordPress को खोल सकते है।

 

WordPress के password को reset कैसे करे?

यदि आपको अपनी email id और user name पता है, तो उसके लिए आप forget password में जाकर आप अपनी email id डालेंगे और get new password पर click करेंगे।

जैसे ही आप Get New password पर click करते हैं, तो आपकी email पर एक massage भेज दिया जाएगा। उसके बाद mail को open करके आपको reset link पर click करना है। reset link खुलने के बाद आपको अपना नया password डालना है उसके बाद reset पर click करना है। आपका password reset हो जाएगा।

इसके बाद आप user name और password डालकर login कर सकते है।

 

Email id और user name के बिना password reset कैसे करे।

जब आपको email और user name नही पता होता, तब आपको cPanel access करना होता है।

Step 1 :

cPanel को open करने के लिए आपको browser में जाकर domain name डालने के बाद slash (/) और cPanel type करना हैं, तो आपका cPanel directly Open हो जाएगा।

Step 2 :

cPanel में आपको php my admin के option पर click करना है और आपको अपनी website का database search करना है इसमे आप check कर सकते हैं आपने क्या user name और Email id लगाई है। लेकिन आपका password दिखाई नही देता क्योंकि वह encrypted होता है।

Step 3 :

Password को change करने के लिए हम database में जाएंगे। उसमे आपको options वाले table पर click करना है। उसके बाद users के option पर click करना है। इसमे आपको user name और email id मिल जाएगी। जिससे आप login कर सकते हैं।

यदि आपकी mail id सही नही है या आपके पास उस mail id का access नही है, तो उस case में आप अपनी mail id को change कर देंगे। जिससे reset password की request आपके new mail id पर जाएगी। इससे आप अपने account के password को change कर सकते हैं।

Email not send

जब आपकी reset email आपकी mail id पर नही मिलती, तो उसके लिए आपको क्या करना है?

आपको browser में जाकर md5 WordPress password create को search करना है वहाँ पर आपको usetool.com पर click करना हैं और यहा पर आपको नया password create करना हैं और उसको hash में generate कर लेना हैं उस hash को आपने copy कर लेना है उसको आपने अपने database में paste कर लेना हैं। आपका password change हो जाएगा। अब आप WordPress के account में login कर सकते हैं।