What is traditional marketing ?
पहले के समय में ट्रेडीशनल मार्केटिंग को बहुत ज्यादा इस्तेमाल किया जाता था। अब traditional marketing का बहुत कम ही इस्तेमाल किया जाता है। जब बात आती हैं offline marketing करने की, तो आप traditional marketing का ही इस्तेमाल किया जाता है।
Traditional marketing में seller खुद से अपने customer को find out करता है और उनको अपना products sale करता है। इसमे आप कई तरीको से marketing करके आप अपने products को sale कर सकते है। जैसे:
- Radio Add
- News paper
- Door तो Door
- Road Show
- Cold Calling
- TV Add
- Hoarding
- Referral
- Brochures
- Event Sponsorship
Traditional marketing के फायदे
- अगर local audience को आप reach करना चाहते है, तो उसके लिए traditional marketing बहुत अच्छा तरीका है।
- Traditional marketing में आप material को save करके रखा सकते है।
- अगर आपको अपने brand को aware करवाना है अपने एरिया के अंदर, तो ट्रेडीशनल मार्केटिंग एक बेहतर तरीका है।
- जैसे आप अपने customer को बहुत से ऑफर देते है, तो अगर उस customer को उस product की need भी नही है और वो customer उसको buy कर लेता है। इससे आपके पास unexpected audience भी reach करती है।
- ट्रेडीशनल मार्केटिंग में आपको internet की जरूरत नही होती।
Traditional marketing के नुकसान
- इसमे आपको बहुत ज्यादा खर्च करना पड़ता है।
- इसमे आप अपने product को ज्यादा लोगो तक promote नही करवा सकते क्योंकि इसमे आपकी range limited होती है।
- इसमे आपको बहुत man power की जरूरत होती है।
- आप audience को target नही कर सकते।
- Traditional marketing में edit करने में problem होती है। इसको आसानी से ठीक नही किया जा सकता है।
Digital marketing और traditional marketing में क्या अंतर है?
Sr No. | Traditional marketing | Digital marketing |
1. | जैसे की इसके नाम से ही स्पष्ट होता है की यह मार्केटिंग करने का पुराना तरीका है। | डिजिटल मार्केटिंग डिजिटल तरीके से market करने का नया तरीका है। |
2. | एक समय में एक state या स्थान को target किया जा सकता हैं | इसमे आप audience को अपने हिसाब से target कर सकते है। |
3. | ट्रेडीशनल मार्केटिंग में समय और पैसा दोनों ज्यादा लगता है। | Digital marketing में कम खर्च और कम समय में ज्यादा लोगो तक पहुँच सकते है। |
4. | इसमे आपको बहुत भाग दौड़ करनी पड़ेगी। | Digital marketing को आप घर बैठ कर भी कर सकते है। |
5. | ट्रेडीशनल मार्केटिंग को ब्रांड बनाने में बहुत समय लग जाता है। | इसमे reach बहुत ज्यादा होती हैं इसलिए ब्रांड बनने में ज्यादा समय नही लगता। |
6. | इसमे analysis करना बहुत मुश्किल होता हैं जिससे आप ये पता लगा सके की target audience का क्या response है। | सब कुछ ऑनलाइन है जिससे की analysis करना भी आसान होता है। |
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