कैसे काम करती है Website ?
जब आप अपने browser पर web request को डालते है या किसी वैबसाइट को search करते है, तो आपका browser उस request को कई तरीको से search करता है। जैसे–
1. Browser cache
जब भी आप किसी website को search करते है, तो सबसे पहले browser उसको cache में ढूँढता है। अगर वो website आपके browser में पहले कभी खुली हुई है तो उसकी cache में website की information होती है। cache की information बहुत ज्यादा time के लिए नही चलती यह कुछ
समय के लिए होती है जैसे ही cache में उसको website की ip मिल जाती है। Browser उस ip address से website को internet पर search करते है जिससे website साथ के साथ open हो जाती है।
2. Computer Cache
जब browser को browser की cache में information नही मिलती, तो browser उसको computer cache में search करता है यह cache अधिक समय तक चलते है। यह एक common cache होती है जिसको सभी browser access करते है। यह network setting की एक cache होती है। अगर website को किसी दूसरे browser में खोला गया है, तो उसका IP address save होगा। जैसे ही IP Address मिलता है आपकी website open हो जाती है।
3. DNS Server
यह आपका internet services provider (isp) का server होता है जैसे vi,airtel,jio इन सभी के अपने- अपने server है जिस internet का इस्तेमाल करते है उसके DNS server पर एक request जाती है और वहाँ पर बहुत सारे लोग एक समय सभी website को access कर रहे होते है। जैसे आप वह vi का server इस्तेमाल कर रहे है और अगर vi के server पर कभी उस website को open किया गया है, तो vi के server पर उसका ip address save होगा। वहाँ से website open हो जाएगी।
इसमे आप google के DNS server भी डाल सकते है जिसमे primary DNS और secondary में type करेंगे । 8.8.8.8 और 8.8.4.4 इन server को आप router में भी use कर सकतेहै। अगर आपके DNS में भी कोई information नही मिलती।
4. Root DNS Server
यह एक ऐसा server होता है जो सभी top level DNS server की information को रखता है।
Top level DNS में .com, .in,co.in और .org जैसे server आते है Root DNS server top level domain के server से contact बनाता है। Top level DNS server पर हमेसा ही यह information save होती है की authoritative name server क्या है। जब भी आप domain purchase करते है, तो वहाँ पर आप अपने name server डालते है। वह data top level domain server पर ही save होता है। यहाँ से आपको IP address मिल जाता है।
5. IP Address
जब browser को IP address मिल जाता है उसके बाद browser internet के मद्यम से उस IP address तक पहुंचता है। यह IP address ये बताता है की कहाँ पर इस website को host किया गया है। जब वेब server पर connection establish हो जाते है। उसके बाद उसको वहाँ से html, css, java की file मिलती है। फिर सभी files 0 और 1 की form में encode हो जाती है। वहां से सभी files आपके browser तक पहुँचती है। उसके बाद browser उनको वापिस से Html में convert करता है। उसके बाद आपके सामने एक वैबसाइट show हो जाती है।
आज आपने क्या सीखा
आपको इस लेख से क्या सीखने को मिला मुझे तभी पता चलेगा जब आप निचे कमेंट करेंगे। तो आज हमने सीखा Website कैसे काम करती है ? हमने इसके बारे में भी विस्तार से चर्चा की हैं।
यदि आपके मन में इस article को लेकर कोई भी doubts हैं या आप चाहते हैं की इसमें कुछ सुधार होनी चाहिए, तब इसके लिए आप नीच comments लिख सकते हैं।